क्या भारत में चीनी स्मार्टफोन बैन होंगे
जैसा कि आप जानते हैं भारत चीन में तनातनी के चलते भारत ने चीन की 59 apps को ban कर दिया है जिसमे tik tok, hello, likee, vego वीडियो, beauty plus जैसी apps शामिल हैं । ये chinese apps इंडिया से बहुत पैसा कमा रही थी हर साल अकेले tik tok 50cr से ज्यादा का इनकम करती थी । लेकिन साथ ही साथ भारतीयों का डाटा भी चुरा कर चीन भेज रही थी जिसकी वजह से इन apps को बैन करने पड़ा , भारत ने ये निर्णय सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 का सेक्शन 69 A के तहत लिया है
सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 का सेक्शन 69 A केंद्र सरकार को ऑनलाइन सामग्री को ब्लॉक करने और साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने का अधिकार देता है. यह प्राथमिक कानून है जो भारत में साइबर अपराध और इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स के ममलों से निपटता है.
कहा जा रहा है कि ये सरकार का पहला step है वो चीनी फ़ोन को भी ban कर सकती है।
प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर योजना के तहत शायद ऐसा किया जा सके
लेकिंन क्या ये इतना आसान होगा कि chinese फ़ोन को भी बैन कर दिया जाये
भारत की स्मार्ट फ़ोन की industry 2 लाख करोड़ से भी ज्यादा की है जिसमे जिसमे चीन के फ़ोन की हिस्सेदारी 70% तक है
हम कह सकते है कि भारत मे हर 100 स्मार्ट फ़ोन की बिक्री में से 70 फ़ोन चीनी फ़ोन होते हैं जिसमे xiomi, vivo , realme, oppo, oneplus टॉप पर हैं
भारत में स्मार्ट फ़ोन्स का मार्किट शेयर
Brands market share
Xiaomi. 30%
Vivo 17%
Samsung 16%
Realme 14%
Oppo 12%
Others 11%
Why Chinese Smartphone Brands Dominating in India./क्यों चीनी स्मार्टफोन ब्रांड भारत में हावी हो रहे हैं।
OPPO, VIVO, ONEPLUS,XIAOMI
चीनी कम्पनी ने देखा कि भारत मे करोड़ों सोशल मीडिया यूजर हैं जो रोज़ 3-4 घँटे शायद इससे भी ज्यादा सोशल मीडिया पर बिताते हैं उनका ज्यादा तर एक ही काम होता है अपनी अच्छी अच्छी pictures सोशल मीडिया पर upload करना|
उन्होंने इसी बात को टारगेट किया और oppo, vivo जैसे फ़ोन भारत मे लांच किए जिनका मैन मक़सद कैमरा पर फोकस करना था उन्होंने सस्ते दामों में ये फ़ोन निकाले उन्होंने कभी कीमत की चिंता नही की उनका मानना था कि लोग सिर्फ high quality कैमरा के लिए ज्यादा कीमत देने के लिये तैयार हैं ।
उनका उद्देश्य कभी भी हाई quality processor औऱ long life battery देना नही था
कंपनी की शुरुआत से, वनप्लस का लक्ष्य तय किया गया था। वनप्लस ने देखा कि बाजार में कोई कंपनी नहीं थी जो मिड-रेंज स्मार्टफोन बेच रही है।न केवल मिड-रेंज, बल्कि वनप्लस भी प्रीमियम उत्पादों को देने के लिए विश्वास करता है। वनप्लस फोन की सामान्य कीमत 30k-40k भारतीय रुपये है।
वनप्लस स्मार्टफोन खरीदने वाले लोग वे हैं जो ऐप्पल और सैमसंग के फ्लैगशिप स्मार्टफोन नहीं खरीद पा रहे हैं जिनकी कीमत 50k-70k भारतीय रुपये के बीच है।
Xiaomi ने 2014 में RedMi 1 स्मार्टफोन लॉन्च किया था। Redmi श्रृंखला से, Xiaomi के व्यवसाय में वृद्धि हुई। अब, Xiaomi भारत में नंबर 1 स्मार्टफोन ब्रांड है। कंपनी ने बजट स्मार्टफोन (10k-20k भारतीय रुपये) में एक बड़ी बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा कर लिया है।
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